केंद्र सरकार के कारण नए एम्‍स के निर्माण में देरी: संसदीय समिति

केंद्र सरकार के कारण नए एम्‍स के निर्माण में देरी: संसदीय समिति

सेहतराग टीम

संसद की एक समिति ने कहा है कि छह नए एम्स के निर्माण के लिए परियोजना परामर्शकों के ‘लापरवाह’ चयन ने ‘फायदे से ज्यादा नुकसान किया।’ समिति ने परामर्शकों की नियुक्ति से पहले विस्तृत आकलन करने में विफल रहने के लिए केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय की आलोचना की।

समिति ने कहा कि मंत्रालय को परियोजना परामर्शकों के चयन के लिए ‘निष्पक्ष और पारदर्शी’ तरीके का पालन करना चाहिए और यह सुनिश्चित करना चाहिए कि इसमें शामिल एजेंसियां ऐसी बड़ी निर्माण परियोजनाओं को पूरा करने के लिए तकनीकी रूप से सक्षम हों।

केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय पर विभाग से संबंधित संसद की स्थायी समिति ने प्रधानमंत्री स्वास्थ्य सुरक्षा योजना के तहत छह नए एम्स के संचालन पर अपनी 111वीं रिपोर्ट में कहा कि उसे सूचित किया गया कि मंत्रालय द्वारा नियुक्त किए गए परियोजना परामर्शक कार्य स्थल को छोड़कर चले गए और परियोजना को पूरा करने में विफल रहे जिससे निर्माण कार्य में देरी हुई।

समिति ने कहा कि कैग की रिपोर्ट में भी इसी मुद्दे का जिक्र किया गया है और कहा गया है कि ठेके छोड़ने और उसकी शर्तों का पालन ना करने के लिए परियोजना परामर्शकों के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई।

रिपोर्ट में कहा गया है, ‘समिति का मानना है कि परियोजना परामर्शकों के लापरवाह चयन से फायदे से ज्यादा नुकसान हुआ और निर्माण गतिविधि में बिना वजह की देरी हुई। मंत्रालय योजना को लागू करने से पहले परियोजना परामर्शकों/ठेकेदारों के चयन का विस्तृत आकलन करने में नाकाम रहा।’ 

राम गोपाल यादव की अध्यक्षता वाली समिति में यह भी कहा गया है कि कैग ने निजी क्षेत्र के उपक्रमों या पीएसयू को नामांकन के आधार पर परामर्शक का काम देने के संबंध में चिंताएं व्यक्त की है।

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